Monday, July 3, 2023

मुझे भी गाँव जाना है

पापा रोज कहानी कहते
गाँव गाँव की रानी कहते
हरे भरे खेतों में दिन भर
झूम के बरसा पानी कहते।
उसी गाँव में प्यारा सा
एक घर बनाना है
मुझे भी गाँव जाना है।

अब रात क्यों है

सब तरफ होठों पे यही बात क्यों है
सुबह हो गई है तो अब रात क्यों है।

बात

कहाँ से चली थी और कहाँ जा के पहुंची
वो क्या बात थी और क्या बन के पहुंची।

मेरे साथ बस मैं होता हूँ।

दुःख में जब भी मैं रोता हूँ
मेरे साथ बस मैं होता हूँ।