Wednesday, November 1, 2023

तिश्नगी

जाने कब खत्म होगी दस्ताने तिश्नगी

जिंदगी का बोझ अब और नही उठाया जाता।

सब कुछ ठीक है कहीं कोई तकलीफ नही

ये झूठ हमसे अब और नही सुनाया जाता।

मत करो कुछ जतन भरम और बढ़ जाएगा

एक आइने को यूं आइना नही दिखाया जाता।

मैं अकेला नहीं मुझमें शामिल हैं और कई 

सोचकर जिंदगी से दामन नही छुड़ाया जाता।

'विनीत' नजरिया गलत है तरीका सही नही

साथ ऐसे जिंदगी का नही निभाया जाता।



Saturday, October 28, 2023

मिलता नही जवाब

कुछ कुछ अच्छा लगता है
कुछ कुछ बहुत खराब
लेकिन ऐसा क्यों लगता है
मिलता नही जवाब।

Tuesday, October 3, 2023

ऊपरवाला

मसलन जाल तुम्हारा है
पर धागे वो ही बुनता है
जो चाहोगे वही मिलेगा
ऊपरवाला सब सुनता है।

Tuesday, August 1, 2023

आल्हा

धन्य धरा हे मातृभूमि हो, भारत मां की जय जय कार
लहर लहर लहराए तिरंगा, महादेव की कृपा अपार।

कारवां हो गए

फूल थे जो कभी बागवां हो गए

थे अकेले चले कारवां हो गए।

चंद सिक्के तिजोरी में क्या आ सजे

जाने कितनों के वो जानेजाँ हो गए।

भूल थी कुछ न बदलेगा जाने के बाद

घर कितने किराए के मकां हो गए।

साजिश है यकीनन नेमत नही कोई

पल हंसी के जो यूं मेहरबां हो गए।



Monday, July 3, 2023

मुझे भी गाँव जाना है

पापा रोज कहानी कहते
गाँव गाँव की रानी कहते
हरे भरे खेतों में दिन भर
झूम के बरसा पानी कहते।
उसी गाँव में प्यारा सा
एक घर बनाना है
मुझे भी गाँव जाना है।

अब रात क्यों है

सब तरफ होठों पे यही बात क्यों है
सुबह हो गई है तो अब रात क्यों है।

बात

कहाँ से चली थी और कहाँ जा के पहुंची
वो क्या बात थी और क्या बन के पहुंची।

मेरे साथ बस मैं होता हूँ।

दुःख में जब भी मैं रोता हूँ
मेरे साथ बस मैं होता हूँ।